“तर्क का तराजू ‘भार’ बताता है,
हृदय का तराजू ‘भाव’ बताता है।”
हम ज़िंदगी में जब कोई बात सोचते हैं, तो दिमाग उसका “वज़न” करता है – यानी क्या सही है, क्या गलत है।
लेकिन दिल वो देखता है कि किसी बात में इंसानियत, प्यार और भावना कितनी है।
Prem Foundation Bharat में हम सिर्फ बच्चों को पढ़ाना नहीं चाहते,
हम उन्हें ऐसा इंसान बनाना चाहते हैं जो सोचने वाला भी हो और समझने वाला भी।
👉 जहां तर्क हो, वहां समझदारी आती है।
👉 जहां भावना हो, वहां अपनापन आता है।
हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे आगे चलकर सिर्फ बुद्धिमान न बनें,
बल्कि दयालु, संवेदनशील और जिम्मेदार इंसान भी बनें।
🌱 तभी तो असली शिक्षा पूरी होती है – जब दिमाग और दिल, दोनों साथ चलें।
